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courage stories |
top 2 courage stories in hindi short with moral bravery
यह कहानि है रेशमा नाम कि लदकि कि वो 10 वि क्लास मे पठति थि । वो रेशमा बहुत कमजोर थि सभि लोग उस का खिल्लि उदाते थे । वो अपने घर के बाहार नहि जति थि वो अकसर अपने घर पेहि खेला करति थी । वो पठाइ करने जति थि तो वो कहिपे नहि रुकति सिथे अपने घार पे हि आ जति थि ।किसि से ज्यादा बात चित नहि करति थि । वो बहुत अकेलि मेह्शुस करति थि । एक दिन हुवा यु कि रास्ते मे कुच बदमास लदके उसको परेशान कर रहे थे । वो लद्कि इन लोगो कि तराफ देखति हि नहि थि और वो सिधि अपने घर लोत आति थि ।
काफि दिन हो गये सभि लोग उसको हेरान परेशन कर रहे थे । रेशमा ने अपनि मा से सरि बात कहि कि मुजहे कुच बदमास लद्के परेशान कर रहे है । ताब रेशमा कि मा ने कहा कु बेता तु एसा करो जो कोइ भि तुमपे हस्ता है चिल्ला ता है हेरान परेशान करता है ना तुम उसके समने खदि हो जाव उस का समना करो ना कि उस बत्तो का नजर अदाज करो ।
कब तक तुम इनि बातो से भागो गे ।तुम अपने अपको हिम्मत दिखाव पुरि साह्स के साथ उनि लोगो का सामाना करो उस लद्कि ने अपने पापा कि कहि बातो को सुना और जो कहा वो हि करना सुना । दुसरे दिन हुवा यु कि वो रेशमा गइ जो कोइ भि परेशान करते थे उस पे चिल्ला ने लगि तो वो लोग उससे दर ने लगे ।वो जाब पठाइ कर के अपने घर आ रहि ताब जि बदमास लदके थे वो उसे हि देख रहि थि और वो पुरि हिम्मत रखे अगे कि और बधति रहि वो लद्के को सामने जाके खदि हो गाइ और वो लद्कि बोलि मुजे हेरान नहि करोगे क्यु आज परेशान नहि करो गे । वो लदकि कि बात सुन के वो लदके दर गये और वो रेशमा से माफि मंगने लगे । और वहा से रेशमा मुस्कुराते हुवे अपने घर लोत आइ ।
Brave Stories Moral :– जो कोइ परेशानि आति हे पुरे साहास के साथ उस्का सम्ना करना चाहिये नाकि उसे भग्ना चाहिये।
Courage Brave Stories || साहस और बहादुरी पर कहानी
एक बार कि बात हे रेशमा और काविया नाम कि दो लडकी थि वो दोनो एक साथि अपनि काल् सखातम होने के बाद वो घर आया करते थे और वो घर पे वो दोनो अक्सर अपने घर के समने खेलने लगते थे।वो जब बि जोको इखेल खेलते थे इसमे वो काविया हि जिता करति थि।
वो दोनो के बिच रेस हुवि लेकिन वो काविया हि जिति काफि वकत वो दोनो के बिच रेस हुवि लेकिन वो काविया हि जिता करति थि। एक गाव मे मेरेथोन रेस हुवि तब वो रेशमा और काविया ने उस मेरेथोन मे भाग लिया तब क्या हुवा वो काविया तो सोच थि कि मे जित पावु गि या नहि।रेशमा सोच थि कि मेहि जित जावुगि इस मेरेथोन मे वो रेशमा पुरि हिम्मत और साहास के साथ वो मेरेथोन रेसमे दोर ने लगी और आखिर कार उसकि हिम्मत और साहास से रेशमा का साथ आया और वो मेरेथोन रेस जित गइ।
काविया भि बहुत खुस हुवि कि रेशमा जित गइ।काविया ने अपने दोस्त कि जित पर रेशमाको बधइ दिया।
Real Heroism Moral :— हिम्मत और साहास से किया हुवा काम कभि असफल नहि होता।