दोस्तो आज आपको यह बताने वाले है Inspirational moral stories के बारे मे हमे यकिन है | Inspirational moral stories for adults in Hindi बहुत पसंद आयेगा ।

 

moral stories

 

Inspirational moral stories for adults in Hindi

 

एकछोटासागांव जनकपुर था वहा पे लोग कही प्रकार कि खेती करते थे और शहेर मे बेचने के लिये जाया करते थे । सभी लोग बहुत ईमानदार और खुशमय तरीके से गांव मे सभी लोग मिल जुलके रहते थे ।

इसी तरहा गांव जंगल के पास ही था कुच लोग जंगल मेसे मधुमंखी का सहेद निकाल के बेचा करते थे । लेकिन मधुमंखी का सहेद निकाल नेमे बहुत परेशानी का समना करना पदता था । जब भी कोई सहेद निकाल ने के लिये जंगल कि और जाता था तो भालु आ जाता था और सभी लोगो को वहा से भालु के डर के कारण भाग ना पदता था ।

एक दीन 3 युवा लदके बाबा के पास गये और बाबा को कहा की हमे पेड पे चदना सिखावो बाबा हम जल्दी से पेड पे चड नही पाते है । जेसे हि हम पेड पे चड ने कि कोशिश करते है तो भालु आ जाता है इस लिये हमे जंगल मेसे भाग ना पदता है । बाबा ने युवा लदके कि बात सुनी और कहा की थीक है मे तुमहे पेड पे किस तरहा चडा जाई एसी टेकनिक बतावू गा ।

बाबा ने कुच दिनो तक युवा लदके को पेड पे किस तरहा चडा जाई वो सिखाया और काफी सारी टेकनिक बटाई । अब बाबा ने कहा की काफी दिनो तक आप लोगो ने जम कर पेक्टीस किया है तो कल मे अपकी परिक्षा लुगा देखुगा की मेरे सिखाने पर किसने ज्यादा ध्यान दीया है ।

पहला युवक पेड पे चड गया तुरत ही लेकिन एक दाम जोर से निचे फिसल के आ गया । तो बाबा बोला बेटा एसा नही करते । दुसरा लदका पेड पे चडा और वो भि तुरत पेड पे चद गया लेकिन वो भी उपर से फिसल के निचे आ गया तब बाबा बोले बेटा एसा नही करते है । तिसरा लदका पेड पे चड गया लेकिन वो पेड से थोदी औए धिरे धिरे उतरा और वहा से निचे कुद पदा तब बाबा बोले बेटा एसा नही करते ।

3 नो युवक को पता नही चल रहा था की बाबा ने क्यु एसा कहा होगा । तब एक युवक ने बाबा से पुछा कि बाबा आपने क्यु कहा कि एसा नही करते । तब बाबा ने कहा की बेटा में ने आप 3 नो पेड पे उपर जलदी केसे चडे वो सिखाया था । वहा तक तो ठीक था लेकिन उतर ते समय आप लोगो ने गलती कर रहे थे । कोई उपर से फिसल कर आ जाता है तो कोई उपर से कुद के निचे आ जाता है वो तरीका गलत है । इस तरहा कीसी को लग सकती या गायल हो सकता है । 3 नो युवक ने बाबा कि बात सुनी और बाबा की बात से सहमत हुवे ।

दुसरे दीन 3 नो युवाक जंगल मे सहेद निकाल ने के लिये गये और 3 नो युवक पेड पे चड गये और बहुत सारा सहेद निकाला और निचे की और आये तो भालू निचे खादा था तब जाके वो 3 नो युवक को पता चला की बाबा क्यु कह रहे थे कि तुरत निचे नही उतर ना चाहीये निचे कि और देख लेना चहिये तब निचे उतर ना चाहीये । भालू थोदी देर के बाद वाहा से चाला गया और वो 3 नो निचे उतर गये ।

शहेर मे जाके सारा सहेद बेच के अपना जिवान गुजार ने लगे । और सभि गांव वालो को टेकनिक के बारे मे बता ने लगे कि किस तरहा उपर चड ते है और किस तरहा निचे उतर ते है । 3 नो युवक ने सभी का भला देख्ते हुवे सभी को शिखाया । सभी का बुरा समय चला गया और सभी लोग मिल जुल के सहेद बेचने लगे और ग़ांव मे एक अलग सी रोनक आ गई । सभी लोग मिल जुल के खुशी खुशी रहने लगे ।    

moral stories for adults in hindi

चिंटू और मिंटू हर दिन माँ को परेशान करते है। माँ चिंटू और मिंटू को कहती है तुम्ह दोनो सुबह जल्दी से उठा करो। लेकिन सुबह की बेल बजने पे भी दोनो उठठे नही थे। स्कूल का समय होने पर अपने नास्ता भी नही करते है। 

माँ ने दोनो को नास्ता करने को कहा लेकिन वो दोनो कहते है बस हमारी रह देख रही है हमे लेट हो रहा है। लेकिन माँ ने फिर कहा तुम्ह दोनो दुध तो पीके जाव। माँ दूध लेने जाती है। बस बाहर से होन लगाती है। वो दोनो भागते हुवे जाते है लेकिन बस वहा से चली जाती है। 

तब माँ बहार आती है और दोनो को कहती है देखाना लेट उठने पे यह सब होता है इस लिए मे आप दोनो को सुबह जल्दी उठने को कहती हु। सुबह जल्दी उठने पर आप दोनो नास्ता और दूध पी सकते है। 

अब आप दोनो को स्कूल उटो रिक्षा मे जाना होगा। दोनो रिक्षा मे स्कूल जाते है लेकिन स्कूल लेट पहुँचते है टीचर उन दोनो को क्लास से बाहर एक पग को खड़े होने को कह दिया।  चिंटू और मिंटू इस से एक सबक्स सिखा रात को जल्दी सो जाना चाहिये और सुबह मे जल्दी उठ जाना चाहिये। 


short stories for adults with moral lesson

एक गाँव की लड़की थी उस के पिता खेडूत थे। लड़की बचपन से पठाइ लिखाई मे होशियार थी। वो बड़ी हो कर आगे बड़ना चाहती थी अपने माँ और पापा का नाम रोशन करना चाहती थी। 

लेकिन पापा के पास इतने पैसे नही थे की वो आगे जाके पठाई कर सके। लेकिन उस ने हार नही मानी और अपनी सोच  बड़ी कर दी एक ना एक दिन मे जरूर आगे बडुगी। उस ने 12 वी पास करके कॉलेक मे जाने का सोचा। 

एक अच्छी कॉलेज देखके उस मे एडमिशन लिया। कॉलेज का सारा खर्च सरकार ने उठाया। वो लड़की आदिवासी थी इस लिए सरकार ने सारा खर्च पठाइ लिखाई का उठाया। अब लड़की कॉलेज की पठाई आसानी से कर सकती है। 

उस लड़की ने कॉलेज मे MBBS मे एडमिशन लिया था। उस गाँव मे से कॉलेज तक पठाई कर ने वाली अकेली लड़की थी। उस लड़की ने अपनी पठाई पूरी करने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा। उस ने बहुत मेहनत किया अपनी पठाई पूरी करने के लिये। 

गाँव मे उस के स्वगत के लिये एक कार्यक्रम रखा गया और उसे एक अवॉड दिया गया। उस के पापा को गर्व होने लगा पापा का नाम रोशन हो गया। अपने गाँव मेसे अकेली लड़की ने कॉलेज की पठाई करने वाली बनी।  उसे देखते हुवे कही सारे लड़के और लड़किया आगे तक पठाई करने के लिये सोचा। 

 

 

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दोस्तो मुजे यकिन है कि Inspirational moral stories for adults आप को पसंदआयि होगि । यह stories for adults in Hindi आपको कोइ भुल करने योगियाता लग्ता है तो हमे कोम्मेंट करके बाताये औरआपको कहनिया Inspirational moral stories with moral lesson लिखने खा पसंद हो तो short moral stories for adults in Hindi  या  Inspirational moral stories for student ईमैल कर सकते हो  | inspirational moral stories for adults in Hindi 

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