दोस्तो आज आपको यह बताने वाले है moral stories for kids in hindi के बारे मे हमे यकिन है | short moral stories in hindi बहुत पसंद आयेगा | hindi story for kids
moral stories for kids in hindi
पेंटर बहुत उदास रहाता था परीवार के लोगो को वो खुश नही कर पता था । जो वो काम कर के पैसे लाता था वो घर के खाने पीने मे चला जाता था पैसे हाथ मे बचते ही नही थे । बच्चा जलेबी की दुकान पे जबेली मांग रहा था पेंटर पैसे ना होने के कारण कुच बहाना कर के बच्चे को घर ले आता था और भगवान की तरफ देखते हुवे कहता था कब खुशी हमारे जिवन मे आयेगी । बस वो सोचता था एक अच्छा सा काम मिल जाये तो अच्छा होगा ।
एक शेठ ने अपनी कार को पैंट करने के लीये अपने घर पेंटर को बोलाया । शेठ ने पेंटर को कहा ये मेरी कार है उसका कलर थोडा दीम हो गया है इस लीये कार को पैंट करना है । उस पेंटर ने कहा थिक है मे आप का काम कर दुंगा । शेठ ने उस पेंटरको पुछा इस कार को पैंट करने का क्या मुयाजा लोगे । पेंटर ने कहा ज्यादा नही केवल 1000/- रुपये दे देना । शेठ ने कहा थिक है लेकीन अच्छा वाला कलर करना कार लगनी चाहीये ये शेठ की है । पेंटर ने कहा थिक है मे एक दम बडीया से कलर कर दुंगा ।
पेंटर ने कहा मे साम के समय आके कलर कर देता हु । अभी मे कार को कलर करने के लीये कलर और कुच सामन लेके आता हु । पेंटर साम के समय शेठ की कार को पैंट करने के लीये आता है । धिरे धिरे करके पेंटर कलर करना शुरु करता है । कलर करते हुवे पेंटर ने देखा की ब्रेक का वाइर तो निकल गया है । पेंटर ने तुरंत लगा दीया । कलर काम पुरा करने के लिये काफी समय लग गया था इस लीये शेठ ने कहा कल तुम्ह पैसे लेना जाना ।
शेठ सुबह मे पत्नी और बच्चे को मंदिर जाने के लीये कार मे भेज देता है । लेकीन थोडी देर के बाद शेठ का ड्राईवर छुट्टी पे गया था वो लोट के आता है । शेठ बाहर बेथा हुवा था ड्राईवर आके तुरंत शेठ को पुछता है मालीक कार कहा गई । शेठ ने कहा वो तो मेरी पत्नी और बच्चे मंदीर जाने की ईच्छा थि इस लीये कार ले गये । ड्राईवर ने कहा मालीक कार की ब्रेक नही लग रही थी । शेठ सोच मे पड गया कार पत्नी और बच्चे ले गये है क्या होगा । लेकीन उसी वक्त पत्नी और बच्चे को आते देखके शेठ के चेहरे पे खुशी आ गई ।
शेठ ने पत्नी को कहा कार मे ब्रेक लग रही थी पत्नी ने कहा जि हा लग रही थी । ड्राइवर सोच मे पड गया मे जब कार रखके गया था तब तो ब्रेक नही लग रही थी । उसी वक्त पेंटर आता है शेठ ने पेंटर को पुछा तुम्ने कार की ब्रेक थिक किया है । पेंटर ने कहा हा मेंने थिक किया है मुझे ब्रेक थिक करना आता था इस लीये मेंने ब्रेक थिक कर दीया । शेठ पेंटर की बात सुंके बहुत खुश हुवा । 1000/- रुपीये की जगह 1500/- रुपये दे दीये ।
पेंटर ने काहा शेठ ये पैसे तो ज्यादा आपने दे दीया है । हमने तो तैय कीया था केवल 1000/- रुपये आपने तो मुझे 1500/- रुपये दे दीये है । 500/- ज्यादा दिया है तब शेठ ने कहा तुम्हे मेरी सारी संपत्ती की को बचाया है इस लीये आज मे बहुत खुश हु । तुम्हे इनाम के तौर पे मे पैसे दे रहा हु ले लो । पेंटर ने पैसे ले लीये और घर चला गया ।
पेंटर घर जाते समय बच्चे के लीये जलेबी ले के जाता है और पत्नी के लीये कंगन लेके जात है । बच्चे जलेबी देखते हुवे बहुत खुश होते है और पत्नी बी बहुत खुश होती है । पेंटर ने बच्चे और पत्नी की खुशी देखते हुवे शेठ को याद कर रहा था । पेंटर भगवान की फोटो देखते हुवे बोलने लगा में ने केवल एक को खुश कीया आपने तो मेरा परिवार को भी खुश कर दीया ये कैसा जादु कीया आपने । तब भगवान ने कहा ये तुम्हारी इमानदारी है जो तुमारी खुशी मुस्कान लोट के आयी है ।
इसी तरहा काम करते जाव किसी के दुख मे साथ दो किसी कि खुशी मे साथ दो और जिवान मे खुश हो और आगे बडते रहो।
Moral stories for kids in hindi
चुनू और मुनू एक दीन खेल रहे थे । चुनू के पास ज्यादा खिलोने थे और मुनू के पास कम खिलोने थे ।मुनू अकसर चुनू के खिलोने देखा करता था । एक दिन चुनू ने मुनू से पुछा के हर दीन तुम्ह क्यू मेरे खेलो ने देखा करते है तुम्हे मेरे खिलो ने से खेलना है।
मुनू ने कहा तुम्हे इस खिलोनी करदर नही है तुम्हारे पास ज्यादा खिलो ने होने कारण तुम्ह इन खिलो नो को टोद देते हो । मेरा जो खिलो ना टुत जाता हे उसे मे चिपका के फिर से उसे खेलता हु । चुनू ने कहा तुम्हे ये खिलोने से खेलना है हर रोज इसी समय इस जगह पे आजाना हम साथ मे खेलेगे ।
मुनू ने कहा ये टुता हुवा खिलोना मुझे दे दो मेरी कल नन्ही बहेना का जन्म दीन है इस लीये ये डोल उसे देना चाहता हु । चुनू ने कहा थिक है ले जाव ये खिलोना और कल तुम्ह तुम्हारी नन्ही बहेन को इस जगह खेल ने के लीये ले आया । मे बहुत सारा खिलोना ले के आवुगा ।
चुनू घर जाके मां से कहने लगा मा मुझे कल एक केक चाहीये मांने कहा क्यु चाहीये केक तुम्हारा अभी तो जन्म दीन गया है । चुनू ने कहा मेरा एक दोस्त है उस की नन्ही बहेन का जन्म दीन है इस लीये । मां ने चुनू से कहा थिक है कल ले जाना केक मे बना के रखुगी ।
कल चुनू केक ले के पोहुच गया । उस के बाड मुनू उस की नन्ही बहेन को साथ ले के आया और तीनो ने मिल के केक को काटा । चुनू ने नन्ही बहेन को नयि डोल दीया वो बहुत खुश हो गई । चुनू ने मुनू को कहा तुम्ह दोनो को आज मेरे साथ मेरे घर आना है मेरी मां ने हमारे लीये अच्छा अच्छा खाना बनाया है ।
चुनू दोनो को अपने साथ घर ले गया और दोनो को अच्छा अच्छा खाना खिलाया और चुनू ने अपने कपडे थे वो मुनू को दे दिया । वो दोनो बहुत खुश हो गये चुनू को बहुत ध्यनीयावाद कहने लगा । चुनू ने कहा आपको जब भी मेरे घर आने की इशा हो तो हमारे घर आ जाना ।
सच्चे दोस्तो येसे होते है किसी भी तरह से दुसरे दोस्त की मदद करता है इस तरहा के दोस्त सभी को मिलना चाहीये ।
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दोस्तो मुजे यकिन है कि short stories for kids in hindi आप को पसंद आयि होगि । यह small moral story in hindi आपको कोइ भुल करने योगियाता लग्ता है तो हमे कोम्मेंट करके बाताये और आपको कहनिया bedtime stories in hindi for kids लिखने का पसंद हो तो hindi stories with moral या motivational story for kids in hindi ईमैल कर सकते हो | small story for kids in hindi