प्रेरणादायक कहानियां || short hindi motivational story

दोस्तो आज आपको इस पोस्ट में short hindi motivational story के बारे में बताने वाले है । real life inspirational stories in hindi यह पोस्ट आपको एक अच्छी सिख देंगी । रियल लाइफ स्टोरी इन हिंदी

 

 

short hindi motivational story

 

 

एक गांव में एक गुरु रहते थे वो बहुत महाना थे गांव की सारी समस्या ठीक करते थे । सभी गांव वाले गुरु के यह चमत्कार से खुश थे । लेकिन एक आद्मी गुरु के पास आता है और गुरु से एक सवाल करना चाहता है । गुरु ने अनुमति दीया की बोलो तुम्हारा क्या सवाल है ।

तब वो आदमी गुरु से अपना सवाल कहता है मुझे खुशी और दुख के बिच में क्या अंतर है मुझे यह बात बहुत सताने लगी है । गुरु ने बहुत शांत सभाव से कहा तुम्ह मेरे साथ काल पानी भरने के लीये आना । तब तुम्हे तुमारा जवाब मिल जायेगा ।

आब वो आदमी गुरु के साथ पानी भरने के लीये चल पडा । गुरु ने उस आद्मी को कहा येह तीन बाल्ती ले लो गुरु के आदेश से उस आदमी ने तीन बालती ले लीया । कही देर चलने के बाद उस आदमी को बेचे नी सी लगने लगी । युही बिना बात कीये चलते रहे तो मेरा जवाब मुझे नहीं मिल पायेगा ।

वो आदमी गुरु से तुरंत पुछता है गुरु मुझे अभी तक मेरा जवाब नहीं मिला है । गुरु ने कहा अब तुम्हारे सवाल का जवाब मिल जायेगा । उस तलाब से साफ पानी भर लाना । गुरु का आदेश मांन्ते हुवे उस आदमी ने सारा पानी भर लीया । गुरु कहता है यह पानी हमे कही ले जाना है । इस लीये तुम्हे यह उठाके चलना है तुम्हे ना हो मुझे बता दो । आब यह बत गुरु की सुन्न्के वो आदमी गुरु को मन्ना करने लगा मेरे होते हुवे आप यह कैसे उथा सक्ते है । 

अब दोनो चलने लगे गुरु आगे चलता है और वो आदमी पीछे पीछे । आब थोडी देर चलने के बाद उस आद्मीको दर्द होने लगा । लेकिन वो सहन करलीया । थोडी देर फिर आगे चलने के बाद दर्द बड गया लेकिन गुरु को कहना ठीक नहीं लगा इस लीये सहन करने लगा । लेकिन थोडा सा आगे चलने के बाद चला नहीं गया इस लीये वो बैथ गया ।

गुरु को कहता है अब मुझे दर्द होता है मुझे आगे चला नहीं जायेगा । गुरु ने कहा कुच समय के लीये लेट जाव । तब उस आदमी राहत की स्वास लीया। वो गुरु को कहता आब मेरे जान में जान आयी ।

तब गुरु ने उस आदमी को कहा देखा ना यह तुम्हारा जवाब है वो आदमी कहता है मुझे कुच समज नहीं आया । तब गुरु ने कहा जब तक तुम्ने दर्द को अपने आपपे हावी होने दीया तब तुम्हे दुख हुवा था । लेकिन तुम्ह ने दर्द को हावी होने नहीं दीया तब तुम्हे खुशी मिली है ।

इस लीये जब तब तुम्ह आपने आपको दुख और दर्द देते रहेगे तब तक तुम्हे खुशी कभी नहीं मिलेगी । जिवान में खुश रहना है तो तुम्हे छोटे छोटे दुख को भुला देना चाहीये और खुशी से अपना जिवान जिना चाहीये ।

उस आद्मी को आपना जवाब मिल गया और वो पहलेसे ज्यादा गुरु की इज्जत करने लगा ।

 

short inspirational stories in hindi

 

 

एक बच्चा अपने दोस्त की जन्म दीन की पार्टी में जाने के लीये जीद्द करता है मां ने जाने को कहा लेकिन बच्चा पापा के पास से कुच पैसे मांग रहा था क्यु कि वो पैसे से अच्छा खिलौना खरीद सके ।

लेकिन पापा के पास पैसे नहीं होते है तब पापा ने अपने बेटे से कहा में तुम्हारे लीये एक खिलौना लेके आता हु ।  मुझे कुच समय दो । पापा कह कहते हुवे पीछे के रुम में चले गये और अपने हुनर से एक अच्छा सा मिट्टी का खिलौना बना के दीया । लेकिन बच्चे की मां को यह पसंद नहीं यहाँ वो अपने बेटे से कहती है बेटा यह खिलौना  तुम्ह फेक दो इसे देखते हुवे सभी लोग तुम्ह पे हंसेगे । ये लो पैसे एक नया सा खिलौना खरीद लो । बेटे ने अपनी मां का दिल रखने के लीये पैसे ले लीये ।

लेकिन जो पांपा ने खिलौना बनाया था वो उसे भी बहुत पसंद आया था इस लीये यह खिलौना देने का सोचा । जब जन्म दीन की पार्टी में मां ने पापा को कहा तुम्ह अंदर मत आना तुम्ह यहाँ बैथ के सभी की मदद कीया करो।

अब जन्म दीन की पर्टी अच्छे से होने के बाद सभी के गिफ्ट दीया । उस बच्चे ने खिलौना दीया तब सभी लोग हेरान से हो गये । उस बच्चे की मां सरम के कारण निचे मुह कर गई । अब सभी बच्चे येसा खिलौना लेने के लीये अपने मां और पापा से जिद्द करने लगे । तब जन्म दीन वाले बच्चे के पापा ने उस बच्चे को पुछा ? बेटा तुम्ने यह खिलौना कहा से लाये हो ।

तब उस बच्चे ने कहा यह खिलौना मेरे पापा ने मुझे बनाके दिया है । तब उन्हो ने कहा आपके पापा कहा पे है यही बुलाके आवो । क्या नाम है आपके पापा का नाम । तब उस बच्चे ने पापा का नाम लीया सुरेशभाई । उस मालीक ने भी सुरेशभाई आप कहा पे हो जहा भी हो वहाँ से तुरंत यही स्तेज पे आ जाव ।

उस बच्चे के पापा वहाँ पे आते है तब मालीक कहते है तुम्हे और भी इस जैसे खिलौने बनाने होने । अब वो लड़का अपने पापा के साथ मिलके खिलौना बना ने लगा । उसने कही सारे रंगबे रंगी खिलौने बनाये । यह देखते हुवे मालीक बहुत खुश हो गया ।

मालिक ने सोचा क्यु ना में एक खिलौना का व्यापार करना शुरु करु । मालीक उस बच्चे के घर आते है । बच्चे की मां उस मालीक की कंप्नी में काम करती है । वो उस मलीक को घर में बैथा थी है और बेटे से कहती है पापा को बोलो पानी लेके आये ।

अब पापा मलिक के लिये पानी लेके आते है मालीक ने कहा आपभी यही पे बैथ जाव । पापा ने मना कर दीया जी में यही पे ठीक हु तब मालिक ने कहा । में तुम्हारे साथ एक बड़ा सा खिलौना का बिजनेश शुरु करने वाला हु और आप खडे होने की बात कर रहे है।

मालीक कहता है मुझे पता है आपको खिलौना बनाने का बहुत सौख है । लेकिन पैसे ना होने के कारण यह सब बंध करना पडा और अपनी पत्नी जोब करने के लीये तुम्हे गांव से शहेर लेके आयी । उसे तो जोब मिल गई । लेकिन तुम्हे जोब नहीं मिली।  

अब मालिक से मिल कर बिजनेश शुरु कीया । देखते ही देखते कंप्नी अच्छा मुनाफा कमाने लगी । यह सब देख्ते हुवे पत्नी को अपने पती के प्र्ती बुरा बर्ताव के कारण सर्मींदा मेहसुस करने लगी । 

अब घर में सभी लोग खुश थे । बच्चा खुश हो गया क्यु की हर दीन नया खिलौना खेलने को मिलता है । पत्नी भी खुश थी क्यु की पती अच्छा कमा रहा था । अब पापा भी खुश थे क्यु की उन्हे अपने पसंदीदा काम मिल गया था ।

 

 

 

दोस्तो इस पोस्ट में हम्ने आपको short motivational story in hindi for success के बारे में बताया है motivational story for students in hindi यह आपके लीये बहुत फ्यादेमंद होगी । यह motivational stories for students to work पोस्ट कैसी लगी हमे बताये ।

 

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