खतरनाक मोटिवेशनल शायरी || motivational shayari in hindi
दोस्तो आज कल लोग कामयाबी पाने की राह में अक्सर लोग डिमोटिवेट हो जाते हैं। इसी समस्या के समाधान के …
दोस्तो आज कल लोग कामयाबी पाने की राह में अक्सर लोग डिमोटिवेट हो जाते हैं। इसी समस्या के समाधान के …
इस पोस्ट में हम्ने इलेक्सन शायरी के बारे में बताया है | इस आर्टिकल के पोस्ट में केवल शायरी का उपयोग इलेक्सन का …
Inspirational quotes in COVID 19 भला किसी का कर नही सकते तो, बुरा भी किसी का मत …
Motivational quotes in hindi सबसे खास बात success की यह है, मेहनत करने वालो पे यह फिदा हो जाती …
दोस्तो आज हम ऐसी कहानी बताने जा रहे है जो साँची है हमने खुद देखा है।
हमारे घर के सामने एक घर था। वो एक खेत मे बनाया गया था। कुच समय तो घर मे जैसे तैसे निकाल दिये। लेकिन उस घर में तीन लोग रहते थे। उस घर मेसे लड़के को जब साम के समय घर आ रहा था तब उसे एक खरगोस दिखा वो लड़का उस खरगोस को पकड़ ने के लिये गया लेकिन पकड़ नही पाया और घर लोट गया।
दूसरे दिन से वो लड़का अजीबो गरीब हरकत करने लगता है। ज्यदा खाना खाता है। खाना खाने के बाद थोड़ी देर से फिर से खाना खाने के लिये मांगता है और किसी से बात नही करता है। घर के लोगो ने एक बाबा को बोला या। बाबा ने मंत्र जाप करके पता लगाया। इस के अंदर सेतान है।
बाबा ने उस के अंदर से सेतान को भागा दिया। अब वो पहले जैसा हो गया। कुच समय तक तो अच्छी तरहा से रहा लेकिन उस के अंदर फिर से सेतान आ गया। आखिर कार उसे खुद से ही अपनी जान ले बैठा। सभी परिवार मे उदासी का माहोल सा छा गया।
अब घर मे माँ और बेटी रहती थी। उसे अपने घर मे अजीब आवाज सुनाई देने लगती है। घर के दरवाजे कोई ठोक रहा है ऐसा लगता है बाहर जाके देखते है तो कोई नही देखता है। घर के छत पे कोई चल रहा है और छत पे कोई ठोक रहा होता है।
इसी बीच मे लड़की की मुत्यु हो जाती है। माँ अकेली रह जाती है। माँ बहुत उदास हो जाती है। कही समय निकल गया लेकिन माँ को बी डर लगने लगता है। कोई दरवाजा पे कोई बुला रहा है। घर की छत पे कोई आवाज लगाता है।
माँ ने अपने परिवार मेसे किसी को कुच दिन अपने साथ रहने के लिये बुलाया लेकिन वो भी ऐसी आवाज सुनके चले गये। अब माँ को भी अपना घर छोड़ देना पडा और किसी भाड़े के घर मे रहना पडा।
दोस्तो यह पूरी तरहा से सच्च है आभि भी उस घर मे आवाज सुनाई देती है। वहा पे कोई रहने के लिये नही जाना चाहता है। आपको ये कहानी कैसी लगी हमे कमेंट करके बताये।
दोस्तो आज हम इस पोस्ट मे आपको story of two best friends in hindi के बारे मे बताने जा रहे है। best friend story in hindi बहुत पंसद् आएगा।Moral stories for kids
एक दिन की बात है दो दोस्त घर के सामने खेल रहे थे। खेल खेल मे बहुत समय हो गया था। राम की माँ ने राम को खाने के लिए आवाज लगती है। राम ने अपने दोस्त को कहा तुम्ह भी अपने घर खाना खा के आव उसके बाद हम फिर से खेलते है।
रामु राम से कहता है क्या पता मेरे घर खाना बना है या नही। मेरी माँ दो दिनो से बीमार है। हमने कल साम भी खाना नही खाया था। राम ने अपने दोस्त की यह बात सुनके रामु को अपने घर ले जाता है।
राम ने अपनी माँ को रामु की परेशानी बताता है। माँ ने राम को कहा बेटा अपने दोस्त की तुम्हे मदद कारनी चाहीये। राम ने अपनी माँ को कहा अभी तो मे बहुत छोता हु। माँ ने राम से कहा बेटा तुम्ह दोनो अभी खाना खालो बाद मे तुम्हे मे सारी बात कहती हु।
रामु और राम दोनो दोस्त खाना खाने लागते है। खाना खाने के बाद राम कि माँ ने एक डब्बे मे खाना भर दिया और राम को कहा। अपने दोस्त के साथ घर जाव और जाते समय रास्ते मे से दवाई लेके जान।
दोनो दोस्त अब चलते जाते है। राम आगे चलता है और रामु पिछे चलता है। तब राम ने अपने दोस्त को कहा चलो चलो। क्यु धीमे धीमे चल रहे हो। क्या सोच रहे हो तब रामु ने अपने दोस्त को कहा तुम्ह मेरे साथ पहली बार मेरे घर आ रहे हो। लेकिन मेरे घर मे तुम्हे खिलाने के लिये कुच नही है।
राम ने कहा अरे मेरे दोस्त ये खाना और ये दवाई तुम्हारी माँ के लिये है। मुझे कुच नही खाना है। रामु ने कहा लेकिन मेरे घर मे तुम्हे बिठा ने के लिये चेयर नही है। राम ने कहा मेरे दोस्त मेरी चिंता मत करो।
दोनो घर पाहुच जाते है रामु ने अपनी माँ को खाना दिया और खाना खा ने बाद माँ को दवा पिलाई। राम ने कहा मेरी माँ ने कहा है आप अच्छी तरहा से ठीक हो जाव और हर दिन मे खाना आपके लिये लाया करुगा।
रामु की माँ देखते हि देखते कुछ हि समय मे ठीक हो गई। रामु कि माँ रामु के साथ राम के घर आयी और राम की माँ को धनियवाद किया। राम की माँ ने कहा ये दोनो दोस्त की कहानी है हम बडे साथ नहीं देगे तो कम जोर हो जाएगी। इस लिये हमे भी इस दोस्ती का हिस्सा बनना है।
Moral: – सच्चे दोस्त यही होते है जो मुशिबत के साथ काम आये।
एक दिन एक लडका अपनी माँ के साथ बाजार मे सब्जी या लेने के लिए जाता है । माँ ने कही सारी सबजीया लिया । लड्का बजार मे खेलो ना देखता रहता है । तब लडके को एक दादी माँ दिखाई दी ।
दादी माँ से सब्जिया का बेग उठा नही जा रहा था । ओर सारी सबजीया गिर गयी । लड्का भागते हुवे उस दादी माँ के पास गया ओर सारी सब्जीया उठाने लगा । दुरसे माँ अपने बेटे को दादी माँ की मदद करते हुवे देख के खुश हो गई ।
माँ कहती है दादी माँ को आप यही पे बैठ जाव खेलो मेरा बेटा आपकी मदद करेगा । दादी माँ ने कहा तुम्हारा लडका बहुत होशियार् है सभी की मदद करता है । तुम्हे इसे बहुत कच्छी तरहा से सांस्कार दिया है । माँ को अपने बेटे की तारीफ़ सुनके बहुत आच्छा लगा ।
माँ ने कहा आपका घर कहा है हम आपको घर तक छोड् के आते है । माँ दादी माँ का हाथ पकड़ती है ओर बेटा दादी माँ का बेग पकड् ता है बत चित करते करते दादी माँ के घर पोहुँच जाते है । थोड़ी देर दादी माँ के साथ घर बैठ ने के बाद माँ ओर बेटा अपने घर लोट जाते है ।
घर जाके माँ ने बेटे से कहा तुम्हे आज क्या खाना है आज मे तुम्हारे मन पसंद खाना बनावुगी । बेटे ने कहा मुझे आज गजर का हलवा खाना है । माँ ने कहा ठीक है आप बाहर खेल के आवो मे आपके लिए गजर् का हलवा बानाके रखुगी ।
मोरल : – दोस्तों हमे भी किसी की मदद करते रहना है । टाकी माँ ओर पापा को गर्व मेहसुस् हो ।