Moral of the story Pret in the house
दोस्तो आज हम ऐसी कहानी बताने जा रहे है जो साँची है हमने खुद देखा है।
हमारे घर के सामने एक घर था। वो एक खेत मे बनाया गया था। कुच समय तो घर मे जैसे तैसे निकाल दिये। लेकिन उस घर में तीन लोग रहते थे। उस घर मेसे लड़के को जब साम के समय घर आ रहा था तब उसे एक खरगोस दिखा वो लड़का उस खरगोस को पकड़ ने के लिये गया लेकिन पकड़ नही पाया और घर लोट गया।
दूसरे दिन से वो लड़का अजीबो गरीब हरकत करने लगता है। ज्यदा खाना खाता है। खाना खाने के बाद थोड़ी देर से फिर से खाना खाने के लिये मांगता है और किसी से बात नही करता है। घर के लोगो ने एक बाबा को बोला या। बाबा ने मंत्र जाप करके पता लगाया। इस के अंदर सेतान है।
बाबा ने उस के अंदर से सेतान को भागा दिया। अब वो पहले जैसा हो गया। कुच समय तक तो अच्छी तरहा से रहा लेकिन उस के अंदर फिर से सेतान आ गया। आखिर कार उसे खुद से ही अपनी जान ले बैठा। सभी परिवार मे उदासी का माहोल सा छा गया।
अब घर मे माँ और बेटी रहती थी। उसे अपने घर मे अजीब आवाज सुनाई देने लगती है। घर के दरवाजे कोई ठोक रहा है ऐसा लगता है बाहर जाके देखते है तो कोई नही देखता है। घर के छत पे कोई चल रहा है और छत पे कोई ठोक रहा होता है।
इसी बीच मे लड़की की मुत्यु हो जाती है। माँ अकेली रह जाती है। माँ बहुत उदास हो जाती है। कही समय निकल गया लेकिन माँ को बी डर लगने लगता है। कोई दरवाजा पे कोई बुला रहा है। घर की छत पे कोई आवाज लगाता है।
माँ ने अपने परिवार मेसे किसी को कुच दिन अपने साथ रहने के लिये बुलाया लेकिन वो भी ऐसी आवाज सुनके चले गये। अब माँ को भी अपना घर छोड़ देना पडा और किसी भाड़े के घर मे रहना पडा।
दोस्तो यह पूरी तरहा से सच्च है आभि भी उस घर मे आवाज सुनाई देती है। वहा पे कोई रहने के लिये नही जाना चाहता है। आपको ये कहानी कैसी लगी हमे कमेंट करके बताये।